रायपुर :
हनी ट्रैप का भूत मध्यप्रदेश से निकलकर छत्तीसगढ़ में पूरी तरह से पैर जमा चूका है. हर गली मोहल्ले से मंत्रालय तक सिर्फ यही चर्चा है की पूर्व मंत्री कौन है? अफसर कौन है? किसका नाम सामने आएगा? मीडिया वाले भी सबको कुरेद रहें है की कहीं कोई जानकारी तो मिले. लेकिन भूत तो भूत होता है किसी को नहीं दीखता.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की हैडिंग पढ़कर लगा की नाम सामने आ ही गए, पर नहीं केवल हवाबाजी और सनसनी फ़ैलाने वाली ख़बरें. अपने आप को ज़िम्मेदार कहने वाले पत्रकार जब इस तरह की सनसनी फ़ैलाने वाली खबरें लिखते है तो बड़ा गर्व महसूस करते है. और पाठक को ठगने का कोई मलाल उनके मन में नहीं होता है.
हनी ट्रैप का भूत छत्तीसगढ़ की राजधानी तक सिमित नहीं है यह धमतरी और बस्तर तक घूम कर आ चूका है लेकिन किसी ने देखा नहीं है.
बहरहाल अभी हर बात पर धुंध चडी हुए है और किसी भी मंत्री या अफसर की संलिप्तता के कोई प्रमाण नहीं है. किसी अधिकृत अधिकारी या संस्था का कोई बयान भी नहीं आया है. ऐसे में केवल इससे सम्बंधित ख़बरें पढ़िए और मज़ा लीजिये.