रायपुर: सीएम भूपेश बघेल के इस बयान के सियासी मायने साफ है कि छत्तीसगढ़ का अगला विधानसभा चुनाव भूपेश बघेल के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। यही नहीं अभी जो कांग्रेस के विधायक हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में भी वे ही प्रत्याशी बनाए जाएंगे। राज्य में ढाई साल में मुख्यमंत्री बदलने की कहानी का भी पटाक्षेप इस बयान में नजर आ रहा है। यही नहीं पार्टी की सियासत में कांग्रेस के जो विधायक किसी भी वजह से बघेल खेमे से दूर हो गए हैं, उनकी निकटता भी मुख्यमंत्री के साथ बनेगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि वे सभी क्षेत्रों में जाएंगे। इसका मतलब ये निकाला जा रहा है कि अगले विधानसभा चुनाव के पहले भूपेश बघेल पूरे राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे और अभी साथ देने वाले विधायकों के साथ उनकी निकटता अगले विधानसभा चुनाव तक बनी रहेगी। बैठक में मंत्री टीएस सिंहदेव, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, मंत्री रविंद्र चौबे, मंत्री मोहम्मद अकबर, शिव डहरिया सहित सभी विधायक शामिल हुए।
सीएम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि उनकी सरकार के तीन साल पूरे हो रहे हैं। इन तीन सालों में विपक्ष के पास सरकार को घेरने का कोई मुद्दा नहीं है। ऐसे में वे धर्मांतरण के नाम पर प्रदेश में अलग तरह का माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने विधायकों से कहा कि इन आरोपों का आक्रामक ढंग से जवाब देना होगा। आप सभी जनता के बीच सक्रिय रहिए। वे खुद सभी विधानसभा क्षेत्रों में जाकर लोगों से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछली बार की तरह अगले विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनेगी।