दुर्ग: एसएसपी बद्री नारायण मीणा ने नशे के अवैध कारोबार को रोकने और उसकी तस्करी के खिलाफ दुर्ग के पुलिस अफसरों की खास नारकोटिक्स सेल का गठन किया है। एसएसपी ने डीएसपी क्राइम नसरउल्लाह सिद्दीकी को जिम्मदारी सौंपी है। इस टीम ने तीन टीआई रैंक के अधिकारियों को भी शामिल किया गया है, जो नशे के अवैध धंधों की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। यह टीम मादक पदार्थों की तस्करी और अवैध तरीके से नशीली टैबलेट, गांजा, चरस, ड्रग्स, हेरोइन जैसे मामलों पर खास नजर रखेगी।
दुर्ग एसएसपी बीएन मीणा ने इसका आदेश जारी किया है। दुर्ग की नारकोटिक्स सेल में 9 पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को रखा गया है। नारकोटिक्स सेल की पहली टीम के इंचार्ज डीएसपी क्राइम नसरउल्लाह सिद्दीकी को सौंपी गई है। इसके साथ ही इस टीम में सायबर सेल प्रभारी गौरव तिवारी, छावनी थाना प्रभारी विशाल सोन, सुपेला थाना प्रभारी सुरेश धु्रव, सायबर सेल के एसआई पूर्ण बहादुर, थाना भिलाई नगर से आरक्षक अनूप शर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग कार्यालय से आरक्षक तुलेश्वर राठौर, पुरानी भिलाई थाना से आरक्षक रिंकू सोनी और सुपेला थाना से आरक्षक पन्ने लाल को शामिल किया गया है।
पहली बार नारकोटिक्स सेल की टीम का किया गया गठन
नारकोटिक्स सेल के प्रभारी नसरउल्लाह सिद्दीकी ने बताया कि एसएसपी ने उन्हें एक नई जिम्मेदारी दी है। उन्होंने जो नारकोटिक्स सेल का गठन किया है वह खुफिया तौर पर गैरकानूनी गतिविधियों पर नजर रखेगी। इसका मुख्य काम अवैध मादक पदार्थों की बिक्री और उसकी तस्करी को रोकना होगा। उनकी टीम नारकोटिक्स से जुड़े किसी मामले को लेकर केवल आरोपियों की धर पकड़ तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि उस अपराध की जड़ तक टीम जाएगी। जांच के दौरान टीम उस सरगना तक पहुंचेगी, जो इस पूरे अवैध कारोबार को संचालित करवाता है।