नेताओं के पास सबसे बड़ा हथियार सोशल मीडिया, जानिए कौन सा नेता है डिजीटल युग में आगे और कौन है पीछे

भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को 15 महीने से ज्यादा का समय बचा है और प्रदेश की साढ़े सात करोड़ की आबादी तक पहुंचने में आज के नेताओं के पास सबसे बड़ा हथियार सोशल मीडिया बन चुका है। फेसबुक-ट्विटर और वॉट्सअप ग्रुप के माध्यमों को भाजपा और कांग्रेस अपना रहे हैं। फेसबुक-ट्विटर हैंडलर्स में कांग्रेस नेता के फॉलोअर्स के मामले में भाजपा के सत्ता में होने के बाद भी उसके नेताओं की तुलना में ज्यादा पीछे नहीं हैं। भाजपा नेताओं के फॉलोअर्स की संख्या में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान-केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया में टक्कर है तो कांग्रेस में कमलनाथ-दिग्विजय सिंह आगे-पीछे हैं। 

मध्य प्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनाव में सोशल मीडिया काफी अहम भूमिका निभाने वाले हैं। इसके लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों को आभास हो गया है और यही वजह है कि इनकी टीम पर जोर दिया जा रहा है। भाजपा के सरकार में होने के बाद भी प्रदेश भाजपा के ट्विटर हैंडर के फॉलोअर्स नौ लाख 87 हजार हैं तो प्रदेश भाजपा के ट्विटर हैंडलर्स फॉलोअर दस लाख से ज्यादा हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दो ट्विटर एकाउंट हैं जिनमें लगभग साढ़े नौ लाख फॉलोअर्स हैं तो फेसबुक पर उनके फॉलोअर 48 लाख तक पहुंच गए हैं। मगर उनकी टक्कर ग्वालियर-चंबल के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से है क्योंकि सिंधिया ट्विटर हैंडल पर सीएम से फॉलोअर्स में आगे हैं। सिंधिया के ट्विटर पर 48 लाख फॉलोअर्स हैं तो फेसबुक पर यह संख्या पौने छह लाख से कम है। 

भाजपा-कांग्रेस नेताओं के फॉलोअर्स की संख्या की प्रतिस्पर्धा
नेता अब अपनी बात को फेसबुक या ट्विटर पर रखकर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी बात पहुंचाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। इससे उनके फॉलोअर्स की संख्या भी बढ़ रही है लेकिन सत्ताधारी भाजपा के मंत्री और नेता अलग टीम रखकर इसका मैनेजमेंट कर रहे हैं। कांग्रेस नेता भी इसी तरह की रणनीति अपनाए हैं लेकिन दोनों दलों के नेताओं की टीम में अंतर साफ दिखाई देता है। मंत्रियों के यहां टीम बढ़ी है तो कांग्रेस नेताओं की टीम में एक या दो लोगों ही हैं। 

कांग्रेस में दिग्विजय, कमलनाथ से आगे
सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ज्यादा एक्टिव रहते हैं और उनका कमेंट तेजी से वायरल होता है। इसकी मुख्य वजह है कि उनके फेसबुक पर 14 लाख से ज्यादा तो ट्विटर पर सवा एक लाख फॉलोअर्स संख्या होना है। इस मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ उनसे पीछे हैं क्योंकि उनके ट्विटर हैंडल पर सवा एक लाख तो फेसबुक पर लगभग सवा चार लाख फॉलोअर्स संख्या ही है। दिग्विजय के विवादित बयान सोशल मीडिया पर ज्यादा होते हैं तो कमलनाथ के बयानों में वैसे तंज नहीं होने से उनकी चर्चा नहीं हो पाती है। इसके बाद सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता अरुण यादव की फॉलोअर्स संख्या ज्यादा है और फिर फॉलोअर्स के मामले में अजय सिंह आते हैं। 

भाजपा में वीडी शर्मा की फॉलोअर्स में नरोत्तम, सारंग से टक्कर
मध्य प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सोशल मीडिया में सक्रिय तो हैं लेकिन उनके बयानों में वहां किसी तरह तंज नहीं होता है। शर्मा के ट्विटर और फेसबुक फॉलोअर्स संख्या करीब साढ़े छह लाख है। उनकी टक्कर शिवराज सरकार के मंत्री नरोत्तम मिश्रा से है जिनके ट्विटर व फेसबुक पर साढ़े पांच लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। इस क्रम में शिवराज सरकार के मंत्री विश्वास सारंग भी हैं जिनके करीब पौने तीन लाख तो विधायक रामेश्वर शर्मा के फॉलोअर्स सवा दो लाख हैं। 

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