नई दिल्ली: कोरोना संकट और ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। तीसरी लहर को लेकर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कोर्ट ने तैयारियों पर जोर देने कहा। इस मामले की सुनवाई कर रहे जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा है कि तीसरी लहर में बच्चों पर भी प्रभाव पड़ेगा। ऐसे में हालत बिगड़ते हैं तो आप क्या करेंगे?
कोर्ट ने कहा कि तीसरी लहर में सुरक्षित रहने के लिए अभी से तैयारी करनी होगी। युवाओं का वैक्सीनेशन कराएं और यदि बच्चों पर असर होगा तो उसे कैसे संभालेंगे? कोर्ट ने कहा कि डे़ढ लाख डाॅक्टर्स एग्जाम की तैयारी में बैठे हैं, ढाई लाख ऐसी नर्स हैं जो घरों में बैठी हैं। ये तीसरी लहर के समय हमारा साथ दे सकते हैं। स्वास्थ्यकर्मी मार्च 2020 से लगातार काम कर रहे हैं, ऐसे में उनपर भी थकान और दबाव ज्यादा है।
आपको बता दें कि देश अभी दूसरी लहर का सामना कर रहे हैं। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि जल्द ही तीसरी लहर भी आएगी लेकिन कब आएगी, ये अभी नहीं बताया जा सकता। दूसरी लहर से हाहाकार मचा दिया है। मौतों की संख्या में इजाफा हुआ और अस्पतालों में बेडस और ऑक्सीजन की कमी है। लोगों को इलाज भी नहीं मिल पा रहा है।