बस्तर के राजमहल में आज भी मौजूद है देश के अंतिम चीता का सिर, कोरिया के महाराजा ने दिया था भेंट स्वरूप
JAGDALPUR | रियासत कालीन परंपरानुसार हुआ नेत्रोत्सव पूजा विधान, 12 को होगी रथयात्रा, जगन्नाथ मंदिर के छः खंडों में सात जोड़े कुल बाईस प्रतिमाओं को किया जायेगा रथारूढ़