आरा: बिहार के आरा से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है। जहां पर कुछ डांसर पिंजरे के अंदर बंद होकर अपनी कला का प्रदर्शन कर रही हैं। इस दौरान लॉकडाउन नियमों का खुलेआम उल्लंघन हुआ और कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई गईं।
यह मामला भोजपुर जिले के कोइलवर प्रखंड का हैै यहां पर एक शादी समारोह के दौरान बार बालाओं को पिंजरे के अंदर बंद कर डांस करवाया गया। लड़कियां रातभर पिंजरे में डांस करती रहीं और लोग हुल्लड़बाजी करते रहे।
बता दें, बिहार में महिला सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण हासिल है। ऐसे में शादी समारोह के दौरान बार बालाओं को पिंजरे के अंदर बंद कर डांस करवाना समाज और लोगों की मानसिकता पर कई गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। पिंजरे में बंद रातभर बार बालाएं डांस करती रही।
कोईलवर के वार्ड संख्या 10 मियांचक मुहल्ले में रहने वाले मोहम्मद नकीब की बेटी की थी और बारात भागलपुर से ग्रामीण इलाके से पहुंची हुई थी। बारात में डांसरों को पिंजरे में बंद कर नचाया गया। लोग बाहर उनके डांस का आंनद ले रहे थे। बताया जा रहा है कि पिंजरे में डांस कर लड़कियों को 4000 रुपये दिये गए और उन्हें मुजफ्फरपुर से लाया गया था।
इस वीडियो के वायरल होने के बाद प्रशासन ने इस पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है, वहीं डांसरों का कहना है कि उन्हें अपना पेट पालने के लिए यह करना पड़ता हैै। स्थानीय पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है।
वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि पिंजरे को ताला लगाकर लॉक कर दिया गया था और अंदर लड़कियां डांस कर रही थीं, लोगों का कहना है कि पिंजरे में जगह इतनी कम थी कि डांसर थकने के बाद वहां पर बैठ भी नहीं सकती थीं।
इस मामले में बीडीओ बीबी पाठक ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से इस मामले की जानकारी मिली है। थाने से बात करके इसकी जांच शुरू हो गई है। जांच के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों की मानें तो इस तरह का कार्यक्रम आए दिन होते हैं। लेकिन पिंजरे में बंद कर लड़कियों से डांस करवाने को कहीं से सही नहीं ठहराया जा सकता है। इन तस्वीरों को देख कर सरकार के महिला सशक्तिकरण के दावे खोखले से नजर आते हैं।