Gloomy Sunday | ये है दुनिया का सबसे मनहूस गाना, सुनने के बाद 200 लोगों ने कर ली आत्महत्या, 62 साल तक था बैन

नई दिल्लीः हम किसी भी मूड में हो, लेकिन गाना सुनना जरूर पसंद करते हैं। इंसान के अगल-अलग मिजाज और मूड के हिसाब से गाने भी अलग प्रकार के होते हैं, जिन्हें वह अपने मन मुताबिक सुनते हैं। जैसे कभी कोई खुश है तो वह खुशमिजाज वाला गाना सुनना पसंद करता है। यदि, कोई प्यार में है तो वह रोमांटिक मूड के गाने सुनना पसंद करता है। ठीक वैसे ही अगर कोई दुखी है तो वह उदासी से भरे गाने सुनता है। आप किसी भी विषय से जुड़ा गाना सुनना चाहते हैं तो आपके सामने गानों की एक लिस्ट होती है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे गाने के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे सुनने के बाद लोग खुदकुशी कर लिया करते थे। जी हां, इस गाने को सुनने के बाद लोग बिना सोचे समझे मौत को गले लगा लेते थे। इस वजह से इसे दुनिया का सबसे मनहूस गाना भी कहा जाता है।

ग्लूमी संडे

यह उदासी से भरा गाना है ‘ग्लूमी संडे।’ इस गाने को दुनिया का सबसे मनहूस गाना कहा जाता है, क्योंकि इसे सुनकर कथित तौर पर करीब 200 लोगों ने आत्महत्या कर ली। यह गाना रेज्सो सेरेस और लैजलो जावोर ने बनाया था। इस गाने को 1933 में इसे लिखा गया था। 1935 तक ग्रामोफोन तक यह गाना पहुंच गया था। 1935 में पाल काल्मर ने इसे रिकॉर्ड किया। इस गाने को हंगेरियन सुसाइड सॉन्ग के नाम से भी जाना जाता है। बताया जाता है कि केवल 30 मिनट में ही रेज्सो सेरेस ने यह दुख भरा गाना लिख डाला था।

लोग क्यों कर रहे थे आत्महत्या?

यह गाना प्यार से जुड़ा था। कहा जाता है कि इसमें इतना दर्द था कि लोग इसे सुनने के बाद खुदकुशी कर लेते थे। हंगरी के संगीतकार रेजसो सेरस ने इसे उदासी से भरे मूड लिखा था। उसी दौरान हंगरी में लोगों के फांसी लगाकर आत्महत्या करने की संख्या बढ़ने लगी। दरअसल, इस गाने में कहा गया कि दुनिया में मानवता का अंत हो रहा है। गाने के अंदर दया की भीख मांगी गई। गाने में कहा गया है कि मरे हुए लोग सड़कों पर चल रहे हैं और घास के मैदान खून से लाल हैं। बड़ी मुश्किल से गाने को रिकॉर्ड किया गया और 1935 में ही एक मोची ने बुडापेस्ट में आत्महत्या कर ली। उसने सुसाइड नोट में ग्लूमी संडे गाने की पंक्तियों का जिक्र किया। उस दौर में कई लोगों ने इस गाने को सुनकर खुदकुशी की थी।

प्रेमिका के लिए लिखा था गाना

दरअसल, रेजसो सेरेज ने यह गाना अपनी प्रेमिका पर बनाया था। कहा जाता है कि वह अपनी प्रेमिका से बहुत प्यार करते थे लेकिन, उनकी प्रेमिका ने उन्हें धोखा दे दिया और उनसे रिश्ता तोड़ लिया। इसके बाद एक दिल टूटे आशिक की तरह उन्होंने अपने दर्द को 30 मिनट में ही एक गाने में पिरोया। रेजसो सेरेज का यह दर्द केवल उन तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि यह कई लोगों की मौत का कारण बना।

62 साल तक बैन 

आत्महत्या करने के मामले बढ़ते गए। तब हंगरी में इस गाने पर बैन लगा दिया गया। 35 साल बाद ग्लूमी संडे के कंपोजर रेज्सो सेरेस ने खुद भी आत्महत्या कर ली। साथ ही यह भी दावा किया जाता है कि उन्होंने जिस प्रेमिका के लिए यह गाना लिखा था, उन्होंने भी जहर खा कर आत्महत्या कर ली थी और उनके सुसाइड नोट में सिर्फ ‘ग्लूमी संडे’ लिखा था। इस गाने को 62 साल तक बैन कर दिया गया। हालांकि, 2003 में इस गाने पर लगी रोक को हटा दिया गया और अब यह यूट्यूब पर उपलब्ध है।

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