Budget 2023 | बजट में ये चीजें हुईं सस्ती, इनके लिए देना होगा अधिक पैसा; शिक्षा, रोजगार और कौशल विकास बड़ी घोषणाएं, पढ़ें पूरी खबर

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज अपना पांचवां बजट पेश किया। बजट में अलग-अलग सेक्टरों के लेकर कई ऐलान किए गए हैं, लेकिन आम आदमी को किन चीजों पर राहत मिली और क्या चीजें महंगी हो गई। आइए जानते हैं।

क्या हुआ सस्ता

  • बजट में खिलौने पर लगने वाले सीम शुल्क को घटाकर 13 प्रतिशत कर दिया है। इससे खिलौने की कीमत में कमी आएगी।
  • इलेक्ट्रॉनिक वाहनों में उपयोग की जाने वाली बैटरी पर कस्टम ड्यूटी को माफ कर दिया गया है। इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक वाहनों सस्ते हो जाएंगे।
  • मोबाइल फोन में उपयोग होने वाली लीथियम बैटरी पर भी सीमा शुल्क को कम कर दिया है।
  • टेलीविजन पैनल पर आयात शुल्क कम कर 2.5 प्रतिशत कर दिया है।

क्या हुआ महंगा

  • सिगरेट पर आकस्मिकता शुल्क को 16 फीसदी बढ़ाया गया। इससे सिगरेट महंगी हो जाएगी।
  • सोना, चांदी और प्लेटिनम से बनी आयात से बनी इंपोर्टेड ज्वैलरी महंगी हो गई है।
  • इलेक्ट्रिक किचन चिमनी महंगी , तांबा आदि भी महंगे हो गए हैं।
  • शिक्षा रोजगार और कौशल विकास पर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं
  • श के 740 एकलव्य मॉडल रेजीडेंशियल स्कूलों के लिए 38 हजार शिक्षकों और गैर-शैक्षणिक पदों पर भर्ती अगले 3 वर्षों के दौरान की जाएगी।
  • बच्चों और किशोरों के लिए नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना की जाएगी।
  • प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 की शुरूआत अगले 3 वर्षों में की जाएगी। इससे, इंडस्ट्री फोकस्ड कोर्सेस लांच होंगे, जिनमें रोबोटिक्स, कोडिंग, आदि शामिल हैं।
  • यूनिफाईड डिजिटल इंडिया प्लेटफॉर्म की स्थापना के साथ कौशल विकास में तेजी जाएगी।
  • नेशनल अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग स्कीम की शुरूआत की जाएगी।
  • वित्त वर्ष 2023-24 में सरकार आदिवासियों के लिए विशेष स्कूलों हेतु 15 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान है।
  • सिविल सेवकों और सरकारी कर्मचारियों में कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया जाएगा।
  • सरकार द्वारा 2014 से अब तक157 मेडिकल कॉलेजों की कई गई स्थापना के साथ-साथ 157 नए नर्सिंग कॉलेज की स्थापना की जाएंगी।
  • मेडिकल एजुकेशन में मल्टी-डिसिप्लीनरी स्टडी के लिए मैटेरियल की व्यवस्था की जाएगी।
  • टीचर ट्रेनिंग के लिए अगले साल तकआधुनिक टीचर्स ट्रेनिंग सेंटर भी खोले जाएंगे।
  • देश के टॉप शिक्षा संस्थानों में 3 ‘एक्सीलेंस फॉर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस’ सेंटर्स खोले जाएंगे। इसमें प्राइवेट प्लेयर्स की रिसर्च एवं डेवेलपमेंट के लिए भागीदारी कराई जाएगी।
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