RAIPUR | Police के लिए अनोखी ‘स्मार्ट जैकेट’ महज तीन दिनों में हुई तैयार, ट्रैफिक के हिसाब से बदलेगा रंग, जानिए इसकी अन्य खूबियां और कीमत

रायपुर: दुर्ग पुलिस ने एक अनोखा जैकेट तैयार करवाया है। जिसके पहनने से यातायात व्यवस्था और भी दुरुस्त हो पायेगी। ट्रांसमीटर और रिसीवर के माध्यम से यह जैकेट अपने आप सिग्नल से कनेक्ट होकर रंग बदल लेता है। जब सिग्नल रेड हैं तो जैकेट का रंग भी रेड हो जायेगा। दुर्ग पुलिस ने इस जैकेट को लेकर अभी एक छोटा सा प्रयास ही किया है। लेकिन पुलिस मैनुअल में इस तरह की व्यवस्था नहीं हैं। यह जैकेट अब सोशल मीडिया में भी वायरल हो गई है। इस जैकेट को लेकर दुर्ग पुलिस गंभीरता से विचार कर रही है। आइए जानते हैं जैकेट की खास बातें।

रंग बदलती है जैकेट

बढ़ते सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए दुर्ग पुलिस लगातर काम कर रहीं हैं। लेकिन नियमों की अनदेखी और खस्ताहाल सड़क के कारण दुर्घटनाए थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं। अब अनोखा एक ऐसे जैकेट को तैयार किया गया है। जिसको पहनकर जब यातायात के जवान ड्यूटी कर रहे होंगे। तब ये सिग्नल के अनुरूप ही अपना रंग परिवर्तित कर लेगा। इसी तरह से हैट में भी रिसीवर लगाया गया हैं।

एसपी ने पहनी जैकेट

ट्रांसमीटर के हिसाब से सिग्नल देता रहेगा। दुर्ग जिले के पटेल चौक पर एसपी अभिषेक पल्लव ने इस जैकेट और हैट को पहनकर ट्रैफिक जवान के रूप में दिखाई दिए। इस जैकेट के माध्यम से उन्होंने यातायात व्यवस्था को बहाल भी किया। दुर्ग एसपी का कहना हैं कि यह जैकेट ट्रैफिक पुलिस के जवानों को ज्यादा प्रोटेक्शन देगा। उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ लोगों को अवेयर भी करेगा।

ये भी पढ़ें :-  मवेशी मुक्त सड़क : छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने दी कड़ी प्रतिक्रिया, रोडमैप और क्रियान्वयन को लेकर मांगा जवाब

अभी किया गया है परीक्षण

एसपी ने कहा कि शुरुआती दौर मे इसका मात्र परीक्षण ही किया गया हैं। अगर यह सफल होता है तो सभी चौक चौराहे मे इसे नियमित रूप से लागू भी किया जायेगा। इस जैकेट और हैट को बीआईटी कॉलेज के इलेक्ट्रिकल्स डिपार्टमेंट के प्रोफेसर श्रीनिवास के किया है। इस जैकेट को देखने के लिए चौराहे पर भीड़ दिखाई दी। अब इस जैकेट की तारीफ हो रही है।

3 दिन में तैयार हुई जैकेट

इस जैकेट को तैयार करने वाले श्रीनिवास ने बताया कि उन्हें यह जैकेट और हैट को बनाने को महज 3 दिन का समय लगा है। इस जैकेट को बनाने में मात्र 8 हजार रुपयों का खर्च आया है। उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रानिक उपकरणों के जरिए इस जैकेट और हैट को तैयार किया गया हैं। उन्होंने कहा कि इस जैकेट के जरिए यातायात दुर्घटनाओं को कमी आ सकती है। बता दें कि अभी इसका ट्रायल चल रहा है।

खबर को शेयर करें