बिलासपुर: नगर निगम मंडलोन में नियुक्ति को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह ने पहले नियुक्तियों को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया था, वहीं आज जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के विधायक दल के नेता धर्मजीत सिंह ने भी इन नियुक्तियों का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि सरकार काले हाथी को बचा नहीं पा रही है, ऐसे में संसदीय सचिव के साथ निगम व मंडलों में सफेद हाथी पालने का क्या औचित्य है।
कोरोना काल में ऐसी नियुक्तियों से आर्थिक बोझ बढ़ेगा
धर्मजीत सिंह ने कहा कि कोरोना काल के चलते आर्थिक मंदी से देश-प्रदेश जूझ रहा है। ऐसे मंे सरकार को संसदीय सचिव के साथ नगर-निगम मंडलों में नियुक्ति नहीं करनी चाहिए। इससे जनता पर ही आर्थिक बोझ बढ़ेगा, जो उचित नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना के कारण हुए आर्थिक क्षति के कारण सरकार बजट में तीस प्रतिशत की कटौती कर रही है, ऐसे में यह नियुक्तियां यथोचित नहीं लगती।
बताते चलें कि सरकार संसदीय सचिव के अलावा नगर निगम मंडलों मेँ अध्यअध्यक्षों के नाम फाइनल करने के लिए कई बार मैराथन बैठक कर चुकी है। विधायकों से चर्चा करने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने फाइनल लिस्ट आलाकमान को भेज दी है, जहां से स्वीकृति मिलने के बाद सभी नामों की घोषणा कर दी जाएगी। ऐसा माना जा रहा है कि इस लिस्ट में उन विधायकों के नाम शामिल हो सकते हैं, जो मंत्री पद पाने से चूक गए हैं।