रायपुर : धान खरीदी प्रदेश की कांग्रेस की सरकार के लिए गले की फ़ांस बन गई है। बता दें आज धान खरीदी आखरी तारीख है। आज तो धान खरीदी खत्म हो जायेगी, लेकिन धान से जुड़ी सियासत अभी लंबी चलेगी। भाजपा ने धान खरीदी को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं भाजपा ने 22 फरवरी को इस मामले में जिला स्तरीय प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया है। राज्यपाल से मुलाकात के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने प्रेस कांफ्रेंस कर राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का ऐलान किया।
इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले को भाजपा विधानसभा में भी उठायेगी। प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा ने बताया कि किसानों को चौथा टोकन जारी नहीं किया गया है, कई जगहों पर धान खरीदी पूरी तरह से ठप हो गयी है। 32 लाख किसानों में से सिर्फ 25 लाख किसानों से ही धान खरीदा गया है।
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय जैसे दिग्गज नेताओं की अगुवाई में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला और अपनी बातें रखी। मुलाकात के बाद प्रेस कांफ्रेंस कर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि
- राज्य में अराजकता की स्थिति है और प्रदेश में निर्णय के लिए ना तो मुख्यमंत्री और ना ही मुख्य सचिव मौजूद हैं।
- धान बेचने के लिए किसान परेशान हो रहे हैं, उन पर लाठी चार्ज हो रहा है।
- भाजपा ने धान खरीदी की तारीख 15 दिन बढ़ाने, सभी किसान की धान की खरीदी करने जैसी बातें रखी।
- लाठी चार्ज की जांच की भी मांग पूर्व मुख्यमंत्री ने की है।
रवींद्र चौबे के धान खरीदी के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भूपेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने प्रदेश सरकार को हत्यारी और निर्मम सरकार बताते हुए कहा है कि अगर किसानों पर लाठीचार्ज नहीं हुआ है। तो क्या किसानों ने पत्थर से अपने सर फोड़े हैं? धान खरीदी को लेकर किसान परेशान हैं और मुख्यमंत्री विदेश घूम रहे हैं। मुख्य सचिव विदेश घूम रहे हैं. ऐसे में किससे बात की जाए?