कवर्धा:
अवैध शराब के कारोबार में लिप्त होने के बाद मंगलवार को गिरफ्तार किए गए युवक का शव बुधवार सुबह आबकारी विभाग के कंट्रोल रूम में पंखे से लटका हुआ मिला। प्राथमिक जांच के आधार पर माना जा रहा है कि उसने आत्महत्या की है। इसे बड़ी लापरवाही मानते हुए आबकारी विभाग के उप निरीक्षक और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है।
विपक्ष ने उठाई जांच की मांग
मृतक का नाम हरिशचंद्र मरावी था। उसकी मौत के बाद नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने पूरी घटना की न्यायिक जांच और उचित मुआवजे की मांग की है। वहीं आदिवासी समुदाय से जुड़े लोग और भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
बढ़ते दबाव को देखते हुए इस मामले में सरकार की ओर आबकारी विभाग के उप निरीक्षक लीना सिंह, सिपाही मनोज ओगरे और लोकेश नेताम को निलंबित कर दिया गया है।
परिजनों ने लगाए मारपीट और रिश्वतखोरी के आरोप
हरिशचंद्र के पिता ने बेटे को छोड़ने के बदले पैसे की मांग करने और न देने पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। परिजनों का यह भी दावा है कि इस मामले में कुछ पैसे दिए भी गए मगर उन्होंने हरिशचंद्र को नहीं छोड़ा।
संरक्षित आदिवासी समुदाय से था मृतक
मृतक बैगा आदिवासी समुदाय का बताया जा रहा है, ये आदिवासियों की विशेष संरक्षित समुदाय है, इनके संरक्षण और विकास के लिए इन्हें देश के राष्ट्रपति ने गोद लिया है।