बिलासपुर : मेडिकल कराने के लिए ले जा रहे आरोपियों द्वारा चलती गाड़ी में सिपाही से मारपीट करने का मामला सामने आया है. इतना ही नहीं सिपाही की वर्दी भी फाड़ दी और उसे दांत से काट लिया. साथ ही पुलिसकर्मियों को धमकी भी दी कि जेल से छूटकर आए हैं, जान से मार देंगे. यह मामला रतनपुर क्षेत्र का है, जहां इन आरोपियों को मंदिर दर्शन कर लौट रहे परिवार से मारपीट और पत्थर मारने के मामले में गिरफ्तार किया गया था.
जानकारी के मुताबिक कांस्टेबल छत्रपति दीक्षित दोनों आरोपियों कैलाश शर्मा और अनुराग शुक्ला को रात करीब 8 बजे मेडिकल कराने के लिए रतनपुर सीएचसी ले जा रहे थे. उनके साथ हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र शर्मा और कांस्टेबल चंदन मानिकपुरी भी मौजूद थे. रास्ते में दोनों आरोपियों ने चिल्लाना शुरू कर दिया. अस्पताल जाने से मना करते हुए कहा कि उन्हें जबरदस्ती नहीं ले जा सकते. दोनों ने गाड़ी से कूदने का प्रयास किया. उन्होंने कांस्टेबल छत्रपति से गाली-गलौज की. आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी और कहा कि पहले भी हाफ मर्डर कर चुके हैं और अभी जेल से लौटे हैं. उन्होंने कांस्टेबल का कालर पकड़कर पिटाई करनी शुरू कर दी. इनमें से एक ने दांत से हाथ काट दिया और वर्दी भी फाड़ दी. सिपाही का नेम प्लेट टूटकर गिर गया. मौजूद स्टाफ ने भी समझाने का प्रयास किया पर दोनों को अस्पताल ले जाना संभव नहीं हुआ. इसके बाद वे थाने वापस आ गए. कांस्टेबल छत्रपति की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है.
पुलिस ने आरोपियों को एक परिवार पर हमला करने के मामले में गिरफ्तार किया था। एक दिन पहले कोरबा जिले के पाली क्षेत्र के ग्राम हरनमुड़ी निवासी तुलसीराम कश्यप अपनी पिकअप में परिवार के सदस्यों के साथ मरहीमाता मंदिर बेलगहना से आ रहे थे। रतनपुर महामाया कॉलेज के सामने बाइक सवार रतनपुर निवासी कैलाश शर्मा, अनुराग शुक्ला व मनीष साहू ने गाड़ी के सामने आकर शराब पीने के लिए रुपए की मांग की। मना करने पर चप्पल, चूड़ा व पत्थर से हमला कर दिया।