मालवा: मध्य प्रदेश के आगर-मालवा में शख्स ने अपने साढ़ू की हत्या कर दी। उसकी पत्नी से साढू के अवैध संबंध थे। सुहागरात के दिन ही साढू ने आरोपी को धमकाया था कि वह पत्नी से दूर रहे, वह उसकी है। आरोपी ने इस धमकी के एक साल बाद साढू से बदला लिया। उसने अपने चचेरे भाई को साथ लिया और मृतक पर गुप्ती से हमला कर मार डाला। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के मुताबिक, घटना निपानिया बैजनाथ गांव की है। 1 दिसंबर को पुलिस को सूचना मिली कि गांव के 44 साल के नूर मोहम्मद शेख की हत्या हो गई है। पुलिस मौके पर पहुंची और शव जब्त कर मामला दर्ज किया। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी राकेश कुमार सगर ने आरोपियों पर 10 हजार रुपए की घोषणा की। इसके बाद उन्होंने पुलिस की अलग-अलग टीम बनाकर मामले की जांच कराई।
पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि नूर मोहम्मद ने तीन शादियां की थीं। उसकी तीसरी पत्नी रानी गंगापुर की थी। वह रानी और चार बच्चों के साथ करीब साढ़े तीन साल से ससुराल गंगापुर में ही रह रहा था। कुछ समय पहले वह अपने गांव निपानिया बैजनाथ लौट गया था। पुलिस ने बताया कि जब वह ससुराल में रह रहा था तो उसका अपनी साली से अफेयर हो गया। पिछले साल नवंबर उसकी साली की शादी सोहेल पुत्र इब्राहिम उर्फ अब्बू पठान निवासी बड़ौद से हुई।
फोन किया और धमकाने लगा मृतक
बताया जाता है कि जैसे ही साली ससुराल पहुंची तो सुहागरात पर नूर मोहम्मद ने उसके पति अपने साढू सोहेल को फोन किया। सोहेल के फोन उठाते ही नूर उसे धमकाने लगा। नूर ने सोहेल से कहा- तेरी पत्नी को मैंने पहले से रख रखा है। तुम उससे दूरी बनाकर रखो। उसके पास गया तो ठीक नहीं होगा। ये सुनकर सोहेल भड़क गया और उसी वक्त उसकी हत्या का मन बना लिया।
आरोपी ने उगल दिया राज
पुलिस को जांच के दौरान सबूत मिला कि सोहेल 30 नवंबर को नूर मोहम्मद के गांव के आसपास था। पुलिस ने संदेह के आधार पर सोहेल से कड़ी पूछताछ की। पूछताछ में सोहेल टूट गया और सारा राज उगल दिया। पुलिस ने शुक्रवार को दोनों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।
मौका पाकर कर दिया हमल
पुलिस ने बताया कि घटना के दिन नूर की पत्नी सोहेल के बेटे के कार्यक्रम में शामिल होने गंगापुर गई थी। उससे पहले 30 नवंबर को सोहेल भी अपनी ससुराल गंगापुर गया था। यहां उसे सब दिखाई दिए, लेकिन नूर मोहम्मद नहीं दिखा। मौका देखकर सोहेल ने अपने 22 साल के चचेरे भाई जाफर को साथ लिया और नूर के घर निपानिया बैजनाथ गया। उसने देखा कि नूर अकेला है। उसने गुस्से में गुप्ती से नूर को गोद दिया। उसके बाद बड़ौद आते वक्त उसने गुप्ती को रास्ते में फेंक दिया। दोनों बड़ौद में सबसे पहले अपने गैराज पहुंचे। यहां बाइक खड़ी की और कपड़ों को जला दिया।