रायपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। ऐसे में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भारतीय आयुर्वेद संस्थान परिषद के डायरेक्टर जनरल प्रोफेसर बलराम भार्गव से बात की है। उन्होंने प्रदेश की स्थिति से उन्हंे अवगत कराया है। बढ़ते कोरोना संक्रमितों के चलते अब होम आइसोलेशन को लेकर प्रशासन तैयारी कर चुका है।
कलेक्टर एस भारती दासन ने कहा है कि कम लक्षणों वाले कोरोना पॉजिटिव यानी सी कैटेगरी के मरीजों को होम आइसोलेशन की अनुमति दी जाएगी। इसके लिए पॉजिटिव व्यक्ति के घर में एक अलग हवादार कमरा, शौचालय जरूरी है। यही नहीं होम आइसोलेशन के दौरान स्वास्थ्य विभाग एक स्वास्थ्य कर्मी भी नियुक्त करेगा। जोकि मरीज और उसके स्वास्थ्य के संबंध में फोन के जरिए संपर्क करेंगे।
आपको बता दें कि होम आइसोलेशन के दौरान ना मरीज बाहर जा सकेगा और ना ही कोई मिल सकेगा। कोरोना पॉजिटिव के घर के बाहर आइसोलेशन का स्टीकर लगाया जाएगा जिससे आसपास के रहने वालों को जानकारी मिल सके। यदि सी कैटेगरी के मरीज की हालत बिगड़ती है तो उसे हॉस्पिटल पहुंचाने की व्यवस्था जिला प्रशासन करेगा। यह भी कहा गया है कि यदि आइसोलेशन प्रोटोकोल का पालन मरीज नहीं करता तो उसे तत्काल सेंटर में शिफट कर दिया जाएगा।
जाने कौन कहलाता है सी केटेगरी का मरीज
ऐसे मरीज जिसमें कोरोना के अलावा और कोई बीमारी के लक्षण ना हो। कोरोना के लक्षण पाए गए हों मगर वायरस ना हो और केवल शुरुआती दवाओं और परहेज से वायरस को मात दिया जा सकता है ऐसे मरीज सी कैटेगरी के मरीज कहलाते हैं। होम आईसोलेशन के पहले जिला आईडीएसपी ऑफिस से स्वस्थ दल मरीज के घर का दौरा कर स्थिति को देखेगा और होमआइसोलेशन की स्थिति है या नहीं। होम आइसोलेशन फिट पाए जाने पर मरीज को अनुमति मिल जाएगी।