बदइंतज़ामी | मीलों दूर से आये प्रवासी मज़दूर को क्वारेंटाइन सेंटर में सांप ने डंसा, हुई मौत

राजनांदगांव : छत्तीसगढ़ में प्रवासी मज़दूरों की मज़बूरी है की बदइंतज़ामी से भरे क्वारेंटाइन सेंटरो में रहना पड रहा है. पहले सड़के नाप कर अपने घर पहुँचने की आस में मज़दूर निकलता है फिर घर तक आकर क्वारेंटाइन के नाम पर बदइंतज़ामी का शिकार भी होता है. ऐसी ही एक घटना आज छत्तीसगढ़ के क्वारेंटाइन सेंटर में घटी है. डोंगरगांव ब्लाॅक के ग्राम सीताकसा में क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे मजदूर काे सांप ने डंस लिया. मजदूर को सोमवार सुबह करीब 5.30 बजे मेडिकल काॅलेज हाॅस्पिटल में भर्ती किया गया, लेकिन जहरीले सांप के डंसने की वजह से इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. घटना की पुष्टि पटवारी के द्वारा प्रतिवेदन जारी कर की गई है.

जमीन पर सोया हुआ था कान में सांप ने डंसा

बुधारु के परिजन ने बताया कि सीताकसा के स्कूल में बने क्वारेंटाइन सेंटर में वह जमीन पर सोया था। इसी दौरान तड़के उसे जहरीले सांप ने डंस लिया। इसके बाद से उसकी हालत बिगड़ने लगी। उसे तत्काल मेडिकल कॉलेज हाॅस्पिटल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। क्वारेंटाइन सेंटरों में बुरा हाल है।

मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की बड़ी लापरवाही उजागर

पूरे मामले में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की बड़ी लापरवाही भी समाने आई है। दरअसल मजदूर 28 वर्षीय बुधारु राम चार दिन पहले ही महाराष्ट्र से लौटा था। वह महाराष्ट्र में मजूदरी करने गया था। वहां से लौटाने पर सीताकसा के स्कूल में उसे क्वारेंटाइन किया गया था। बुधारु ने 14 दिन का क्वारेंटाइन पीरियड भी पूरा नहीं किया था और उसे मेडिकल कॉलेज हाॅस्पिटल में संदिग्ध मरीजों के लिए बने आइसोलेशन वार्ड के बजाय सामान्य मरीजों के साथ कैजुएल्टी में भर्ती कर दिया गया। कैजुएल्टी में मौजूद दूसरे मरीजों, परिजन और नर्साें को जैसे ही जानकारी मिली कि उसे क्वारेंटाइन सेंटर से लाया गया है, अफसरों ने नर्साें और डॉक्टरों को बगैर सुरक्षा के ही बुधारु के इलाज में लगा दिया। इस दौरान पूरे वार्ड में दहशत का माहौल रहा।

क्वारेंटाइन सेंटर में किसी भी मरीज की तबीयत बिगड़ने पर इलाज के लिए पेंड्री में 160 बेड का कोविड-19 सेंटर और बसंतपुर के हाॅस्पिटल में 10 बिस्तर का आइसोलेशन वार्ड और वेंटिलेटर तैयार किया गया है। बावजूद इसके बुधारु राम को इन दोनों जगह में दाखिल करने के बजाय सीधे सामान्य मरीजों के और बगैर पीपीई किट के मौजूद नर्साें के संपर्क में ला दिया गया।

News Share
CIN News | Bharat timeline 2023