राहुल बिफरे | बोले लोगों को कर्ज नहीं पैसों की ज़रूरत, साहूकार न बने सरकार

नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को आथिक पैकेज को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने बच्चों से साहूकार की तरह काम नहीं करना चाहिए। सरकार आर्थिक पैकेज पर पुनर्विचार करें और लोगों के खातों में सीधे पैसे डालें क्योंकि इस समय उन्हें आर्थिक मदद की जरूरत है।

राहुल गांधी ने वीडियो लिंक के जरिए मीडिया से कहा कि बच्चा जब रोता है तो मां उसे कर्ज नहीं देती, उसे चुप कराने का उपाय निकालती है, उसे ट्रीट देती है। सरकार को साहूकार नहीं, मां की तरह व्यवहार करना होगा। इस समय गरीबों, किसानों और मजदूरों को कर्ज की जरूरत नहीं, पैसे की जरूरत है।

लोग ठीक रहेंगे तो रेटिंग भी ठीक हो जाएगी

कांग्राेस नेता ने कहा कि कहा जा रहा है कि राजकोषीय घाटा बढ़ने की वजह से एजेंसियों की नजर में भारत की रेटिंग कम हो जाएगी। मेरा मानना है कि फिलहाल भारत के बारे में सोचिए, रेटिंग के बारे में नहीं। भारत के सभी लोग अगर ठीक रहेंगे तो एक बार फिर से मिलकर काम करेंगे और रेटिंग अपने आप ठीक हो जाएगी।

आने वाला है आर्थिक तूफान

कांग्रेस नेता ने कहा कि अभी तूफान आया नहीं है, आने वाला है। देश को जबरदस्त आर्थिक नुकसान होने वाला है. कई लोगों को चोट पहुंचेगी। अगर सरकार ने उन्हें पैसा नहीं दिया और मांग तेज नहीं हुई तो आगे बड़ा आर्थिक नुकसान हो सकता है। सरकार किसानों और मजदूरों को सीधे पैसे देने के बारे में सोचे। उन्होंने कहा कि  लॉकडाउन खोलते समय समझदारी और सावधानी की जरूरत है। हमें इसे ध्यान से हटाना है। बुजुर्गों व गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

News Share
CIN News | Bharat timeline 2023