रायपुर:
पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के कुकरीपारा में शुक्रवार रात मुन्ना चंद्राकर की चाकू मारकर हत्या करने के आरोपी किशोर ने पकड़े जाने के बाद पुलिस अफसरों से कहा- अगर मैं नहीं मारता तो वह मेरी जान ले लेता। नशे की हालत में मुन्ना ने मेरा गला दबा दिया था। वह मुझे तालाब में फेंकने की कोशिश कर रहा था, लेकिन इससे पहले मैंने उसे चाकू मारकर खुद को बचा लिया। किशोर के इकबालिया जुर्म कबूलने के बाद शनिवार को पुलिस ने उसे बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया।
हत्या की इस वारदात की रिपोर्ट नेहरूनगर, कालीबाड़ी की शकीला उर्फ दुर्गा उर्फ सक्कों ने थाने में दर्ज कराई। शकीला ने बताया कि शनिवार रात नौ बजे मंशा नायक के साथ मृतक मुन्ना चंद्राकर स्कूटी से कुकरीपारा लक्की सरदार की मां से मिलने गए थे। दोनों कुकरीपारा चौक के पास खड़े थे। वह लक्की सरदार की मां को बुलाने घर का दरवाजा खटखटा रही थी।
मुन्ना शराब के नशे में होने के कारण ठीक से स्कूटी नहीं चला पा रहा था। उसी समय आरोपित किशोर ऑटो रिक्शा से उतरा। उसे देखकर शकीला ने बुलाया। मंशा नायक और किशोर के साथ शकीला जाने लगी। यह देखकर मुन्ना यह कहकर रोकने लगा कि मेरे साथ आए हो, मेरे साथ चलो। इस बीच उसने किशोर का गला पकड़कर धक्का देते हुए तालाब की तरफ ले जाने लगा।
शकीला व मंशा नायक ने मनाकर बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माना। इसी दौरान किशोर ने जेब से बटनदार चाकू निकालकर मुन्ना चंद्राकर के बाएं कंधे, गले के पास और पसली में ताबड़तोड़ तीन वार कर दिए। हमले के बाद मुन्ना वहीं गिर गया। शकीला ने तत्काल वहां खड़े अज्जू व अन्य लोगों को पुलिस थाने में सूचना देने को कहा। कुछ देर में पुलिस पहुंच गई। घायल मुन्ना चंद्राकर को अस्पताल लेकर गए, जहां उसकी मौत हो गई।