रेलवे ने कोरोना को देखते हुए अपने 20 हजार कोच ऐसे तैयार किए हैं जिन्हें कभी भी अस्पताल में तब्दील किया जा सकता है. खास बात ये है कि इन कोच को कभी भी कहीं भी रेलवे भेज सकता है. इसके साथ ही रेलवे ने अपने अस्पतालों को भी पूरी तरह से तैयार कर लिया है.
नई दिल्ली. रक्षा मंत्रालय (Defence Ministry) के तमाम संस्थानों की तरह से रेलवे भी कोरोना वायरस (Corona Virus) से बचाव के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहा है. 4 दिन पहले से ही रेलवे फेस मास्क, कोट, ग्लव्ज, सैनेटाइजर जैसे जरूरी सामान का निर्माण शुरू कर दिया है और अब रेलवे ने एक और बड़ी तैयारी कर ली है. रेलवे ने कोरोना को देखते हुए अपने 20 हजार कोच ऐसे तैयार किए हैं जिन्हें कभी भी अस्पताल में तब्दील किया जा सकता है. खास बात ये है कि इन कोच को कभी भी कहीं भी रेलवे भेज सकता है. इसके साथ ही रेलवे ने अपने अस्पतालों को भी पूरी तरह से तैयार कर लिया है. इस बुरे समय में लोगों की मदद के लिए रेलवे की 7 हजार मालगाड़ियां हर दिन खाने-पीने और अन्य जरूरी वस्तुएं लोगों तक पहुंचाने का काम कर रही हैं.
रेलवे की प्रोडक्शन यूनिट में बन रहा है यह सामान
शुक्रवार को रेलवे के वाल्टेयर डिवीज़न में फेस मास्क, कोट, ग्लव्ज, साइड स्टूल और बेड के साथ एक मॉक ड्रिल की गई. इस मॉक ड्रिल में स्थानीय प्रशासन के अफसरों को भी शामिल किया गया. इस दौरान रेलवे ने जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे बोर्ड की तरफ से 24 मार्च को ही अपनी सभी प्रोडक्शन यूनिट्स के जनरल मैनेज को हॉस्पिटल बेड, मेडिकल ट्राली, ड्रिप स्टैंड, स्ट्रेचर, हॉस्पिटल फुट स्टेप, बेड साइड लॉकर, वाश बेसिन, मास्क, सैनिटाइजर, वाटर टैंक वगैरह बनाने की तैयारी करने को कह दिया गया था. 25 मार्च को ही रेलवे के कई वर्कशॉप और कोचिंग डिपो ने सैंकड़ों लीटर सैनेटाइजर बनाकर इसे जरूरी जगहों पर बंटवाया था.