दुर्ग: खुड़मुड़ा में बेरहमी से एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या का केस अभी भी पुलिस सुलझा नहीं पायी है। हत्या को 8 दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी भी आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। ऐसे में दुर्ग की पुलिस टीम ने भोपाल से फाॅरेंसिक टीम को जांच के लिए बुलाया है। हालांकि इस टीम ने पहले भी दो बार रायपुर के चर्चित मामलों में काम किया है पर वे केस भी अभी तक अनसुलझे हैं।
फाॅरेंसिक एक्सपर्ट डीके सतपथी भोपाल से रायपुर पहुंचे और सबसे पहले उन्हांेने इस हत्याकांड के चश्मदीद गवाह 11 वर्षीय नाबालिग से पूछताछ की। उन्होंने यह आशंका जतायी कि हत्या में एक से अधिक लोग शामिल हो चुके हैं। वे हत्या वाली जगह पर भी गए और वहां भी अपनी जांच की। हालांकि डीके सतपथी को रायपुर के दो चर्चित मामलों में पहले भी बुलाया जा चुका है और वे केस अभी तक नहीं हल हो पाएं हैं। ऐसे में उन्हें दुबारा इस केस के लिए बुलाना कई तरह के प्रश्न खड़े करता है।
डीके सतपथी को सबसे पहले बीजेपी नेता स्वर्गीय भीमा मंडावी की बेटी मोना मंडावी की संदिग्ध लाश मिलने पर जांच के लिए बुलाया गया था। वो उस समय खम्हरिया के व्हीआईपी स्टेट काॅलोनी में रहती थी। पर उस केस को वह नहीं सुलझा पाए थे। हालांकि पुलिस ने मोना मंडावी के मामले को खुदकुशी कहकर केस बंद कर दिया था।
दूसरा केस वर्तमान में नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया के माता-पिता की हत्या का था। 2017 में उनके अभिभावकों की हत्या की गयी थी, जिसकी जांच के लिए भी डीके सतपथी को बुलाया गया था। लेकिन इन दोनों मामले को पुलिस आजतक के नहीं सुलझा पायी है। ये दोनों मामले अभी भी अनसुलझे ही है।