130 रूसी बसों से भारतीयों को निकालने की तैयारी, रूसी सेना ने यूरोप के सबसे बड़े न्‍यूक्लियर पावर प्‍लांट पर किया कब्जा

कीव: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज नौवां दिन है। यूक्रेन पर रूसी सेना का हमला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच रूसी सैन्य बलों ने यूक्रेन के दक्षिणपूर्व में ज़ापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा प्लांट को जब्त कर लिया है। एक स्थानीय प्राधिकरण ने यह दावा किया है कि रूस की सेना ने सुबह हमला करने के बाद इसको अपने कब्जे में ले लिया है। बता दें कि आज सुबर ही रूस ने इस प्लांट पर हमला किया था जिसके बाद इसमें भयंकर आग लग गई थी जिसको बाद में बुझा लिया गया था। हालांकि इस हमले के बाद से पूरे यूरोप में रेडिएशन का खतरा फैल गया है। दूसरी ओर रूस की गोलाबारी में आज कीव में एक भारतीय छात्र को गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। 

युद्ध पर प्रधानमंत्री मोदी ने की समीक्षा बैठक

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130 रूसी बसों से निकाले जाएंगे भारतीय

रूस के राष्ट्रीय रक्षा नियंत्रण केंद्र के प्रमुख कर्नल जनरल मिखाइल मिज़िंटसेव ने घोषणा की कि खार्किव और सूमी से भारतीय छात्रों और अन्य विदेशियों को रूस के बेलगोरोड क्षेत्र में निकालने के लिए 130 रूसी बसें तैयार की गईं हैं। गौरतलब है कि यह फैसला रूस और यूक्रेन के बीच दूसरे दौर की बैठक में लिया गया था जिसको अब अमल में लाया जाएगा। इस बैठक में दोनों पक्ष मानवीय कॉरिडोर बनाने पर सहमत हुए थे।

बोरिस जानसन ने की जेलेंस्की से बात

यूरोप के सबसे बड़े न्यूक्लियर प्लांट में आग लगने बाद से सभी यूरोपीय देशों में चिंता बढ़ गई है। इसको लेकर आज ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बातचीत भी की है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने न्यूक्लियर प्लांट की घटना पर चिंता जाहिर करते हुए जेलेंस्की से कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की लापरवाही अब सीधे तौर पर पूरे यूरोप की सुरक्षा को लिए नुकसानदायक हो गई है। उन्होंने आगे कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक की मांग करेंगे और इस मुद्दे को रूस और करीबी सहयोगियों के साथ उठाएंगे।

भारतीय वायु सेना ने भी युद्ध में यूक्रेन के लोगों को हो रही कठिनाइयों को कम करने के लिए कदम उठाया है। वायु सेना विमान के जरिए यूक्रेन के लिए लगभग 6 टन मानवीय सहायता के साथ हिंडन एयरबेस से सुबह 4:05 बजे रोमानिया के लिए निकली।

बता दें कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार द्वारा ओपरेशन गंगा चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत आज तीन और C-17 भारतीय वायु सेना के विमान से यूक्रेन से 630 भारतीय यात्रियों को बुखारेस्ट (रोमानिया) और बुडापेस्ट (हंगरी) से दिल्ली लाया गया है। इस बीच कुछ छात्रों के आने के बाद रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने उनकी अगवानी की।

सड़कों पर रूसी सेना का विरोध कर रहे यूक्रेनियन, वापिस जाओ के लगे नारे

यूक्रेन के लोगों ने अब खुद ही रूस की सेना को भगाने का जिमा उठा लिया है। मेलिटोपोल निवासियों द्वारा अपने शहर पर रूसी कब्जे का विरोध करने का वीडियो सामने आया है। सशस्त्र रूसी सैनिकों के सामने लोगों ने इकट्ठा होकर ‘वापिस जाओ’ के नारे लगाए और यूक्रेनी झंडे लहराए। इस बीच विरोध के दौरान रूसी सेना ने गोलियों भी चलाई।

यूक्रेन पर रूसी हमले के बीच पुतिन के हमलों का मास्को में ही विरोध हो रहा है। मास्को के लोग सड़कों पर आकर विरोध मार्च कर रहे हैं। इस बीच विरोध की आवाज को शांत करने के लिए पुलिस अधिकारियों ने रूसी आक्रमण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे मध्य मास्को में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी ले लिया।

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