नई दिल्ली: जिस लड़ाकू राफेल का सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे उसकी पहली खेप कड़ी निगरानी के बीच फ्रांस से अंबाला एयरबेस पहुंची। आज का दिन भारतीय वायुसेना के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। आपको बता दें कि राफेल के वायुसेना के बेड़े में शामिल भारत की ताकत अब कई गुणा बढ़ गई है। राफेल के पहुंचने पर पानी के बौछारों के साथ स्वागत किया गया। चीन और पाकिस्तान के साथ जिस तरह से तनाव बढ़ रहा है, ऐसे में राफेल का आना काफी अहम है।
दुश्मनों आंख उठाने से पहले सोचना होगा
राफेल के आगमन पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पांचों राफेल विमानों की अंबाला में सुरक्षित लैंडिंग हुई है। उनके अनुसार इससे वायुसेना की ताकत में इससे क्रांतिकारी बढ़ोतरी होगी। आज से सेना के इतिहास में नए युग की शुरुआत हुई है। रक्षामंत्री ने कहा कि अब देश के दुश्मनों हमारी तरफ आंख उठाने से पहले सोचना होगा। उन्होंने ट्वीट कर कहा- भारतीय वायुसेना की नई ताकत से अगर किसी को चिंता होना चाहिए तो उन्हें होना चाहिए जो हमारे क्षेत्र की अखंडता के लिए खतरा हैं।
सबसे पहले आईएनएस कोलकाता ने किया स्वागत
फ्रांस से भारतीय सीमा में प्रवेश करते ही राफेल का संपर्क नौसेना से हुआ। आईएनएस कोलकाता ने राफेल का स्वागत करते हुए कहा कि आप आसमान की ऊंचाइयों को छुएं। आईएनएस कोलकाता डेल्टा 63 ने कहा कि एरो लीडर, आपका स्वागत है। जवाब ने राफेल ने धन्यवाद कहा। आईएनएस कोलकाता ने राफेल से कहा कि आप गर्व के साथ आसमान की ऊंचाइयों को छुएं। हैप्पी लैंडिंग। वहीं आखिर में राफेल ने कहा- हवाएं हमारे अनुकूल हैं। हैप्पी हंटिंग। ओवर एंड आउट।
दुश्मन की मांद में घुसकर कर सकता है नेस्तानबूद
राफेल की खासियत है कि वह गैर पारंपरिक लड़ाई में भी छिपकर युद्ध कर रहे दुश्मन की मांद में घुसकर उसे नेस्तनाबूद का सकता है। आतंकवाद, मिलिशाया वार या गृह युद्ध से प्रभावित सीरिया, लीबिया, इराक, अफगनास्तान में ऐसी ही छद्म लड़ाई में राफेल ने अपने अचूक निशानों से अपना दम सभी को दिखाया है।