दिल्ली: दुनिया की चमक-धमक से दूर कई लोग सुकून की तलाश करते हैं। जब उन्हंे वह शांति और धर्म की राह मिलती है तो वह एक झटके में सांसरिक मोह-माया छोड़ देते हैं। ऐसी ही एक कहानी अहमदाबाद से सामने आ रही है। जहां अरबपति हीरा कारोबारी की बेटी परिशी शाह को सादगी भरा जीवन इतना पसंद आया कि वह अब साध्वी बनने जा रही हैं।
23 वर्षीय परिशी के पिता हांग कांग में डायमंड के बड़े कारोबारी हैं और उनका कारोबार कई अराबों का है। परिशी ने बताया कि जब वह भारत आयी थी तो नानी के संग डेरासर के जैन मंदिर में दर्शन करने गई थी। वहां उसने धर्म के कई प्रवचन सुने और उससे उनका मन बदलने लगा। प्रवचन के बाद वह फिल्में देखना, रेस्टोरेंट जाना और मौज मस्ती करना भूल गई। वह अधिकाश समय साध्वी के प्रवचन सुनने लगी, जिससे उन्हें असीम आनंद मिलने लगा।
परिशी ने बताया कि साध्वी के साथ रहकर यह अनुभूतु हुई कि खुशी व्यक्ति के अंदर ही समाहित होती है, जिसे लोग चकाचैंध की दुनिया में खोज रहे हैं। इस अलग अनुभूति के बाद ही परिशी ने साध्वी बनने का अहम फैसला लिया। परिशी के दीक्षा कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी शुरू कर दी गयी है। परिशी के साथ उसकी मां हेतलबेन और नानी इंदूबेन शाह ने भी साध्वी बनने का फैसला लिया है। इस तरह तीन पीढियां एक साथ सन्यास की राह पर चल पड़ेंगी।