RAIPUR | ऑटो चालक ने अपनी गाड़ी में नाटो से संबंधित पोस्टर चस्पा कर दिया, लिखा- “जरूरत पढ़ने पर नाटो नहीं ऑटो ही काम आता है”

रायपुर: नॉर्थ ऍटलाण्टिक ट्रीटी ऑर्गनाइज़ेशन (NATO) यह एक सैन्य गठबंधन है। नाटो का काम रक्षा और सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर सहयोग और देशों के बीच संघर्ष को रोकना है। नाटो युद्ध नहीं शांति में विश्वास रखता है। नाटो को आम लोग बहुत कम ही समझते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ के एक ऑटो चालक ने अपनी गाड़ी में नाटो से संबंधित पोस्टर चस्पा कर दिया और उसमें लिख दिया “जरूरत पढ़ने पर नाटो नहीं ऑटो ही काम आता है।” अब यह सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। लोग इसमें कमेंट्स भी कर रहे हैं। 

दरअसल, छत्तीसगढ़िया ऑटो चालक ने अपने ऑटो के पीछे नाटो से संबंधित पोस्टर लगा दिया। चालक ने ऑटो के पीछे पोस्टर में लिख रखा है कि “जरूरत पढ़ने पर नाटो नहीं ऑटो ही काम आता है।” छत्तीसगढ़िया ऑटो चालक ने इस पोस्टर में अपना नंबर भी लिख रखा है। किसी ने इस ऑटो की फोटो खींच कर और सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। अब इस तस्वीर पर कमेंट्स भी कर रहे हैं। मुकेश पांडेय ने लिखा NATO के बारे में वही लिखेगा जिसको इसके बारे में पता होगा। एक AUTO वाले को अगर NATO के बारे में पता है तो निश्चित ही उसके प्रदेश एवं उसके सामन्य ज्ञान का अंदाजा लगाया जा सकता है। छत्तीसगढ़ प्रतिभाओं से भरा हुआ है। इसीलिए ही कहा जाता है छतीसगढ़िया सबसे बढ़िया। सतपाल सिंह ने लिखा- छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया…दिमाक चलथे चारो तरफा…। आईपीएस दिपांशु काबरा ने भी इस पर कमेंट्स किया है। उन्होंने लिखा है छत्तीगढ़िया लॉजिक, सबसे सटीक! ऐसे कई कमेंट्स सोशल मीडिया पर चल रहे हैं। 

नाटो के बारे में ऑटो का चालक भी नहीं जानता 
ऑटो चालक ने अपने ऑटो पर यह पोस्टर लगा तो लिया, लेकिन उसे भी नहीं पता कि नाटो क्या होता है। यह ऑटो डंगनिया, रायपुर के रहने वाले ओमकार है। ओमकार से जब नाटो के संबंध में पूछा गया तो वह कहने लगा कि उसे नाटो के बारे में पता नहीं। चाय पीते पीते मस्ती में साथी ऑटो चालकों से चर्चा के दौरान यह आइडिया आया। अभी रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण नाटो की चर्चा हो रही थी। कैप्शन अच्छा लगा तो लिख दिया। ऑटो चालक ओमकार ने बताया कि उसने तीन पहले यह पोस्टर ऑटो पर लगाया था। दूसरे दिन से उसके पास काफी फोन आने लगे। इसके बाद उसने पोस्टर हटा दिया।

जानें क्या है नाटो और कितने देश हैं सदस्य
NATO का पूरा नाम नॉर्थ ऍटलाण्टिक ट्रीटी ऑर्गनाइज़ेशन (North Atlantic Treaty Organization) है। यह एक सैन्य गठबन्धन है, जिसकी स्थापना 4 अप्रैल 1949 को हुई। इसका मुख्यालय ब्रुसेल्स (बेल्जियम) में है। 28 यूरोपीय देशों और 2 उत्तरी अमेरिकी देशों के बीच इसे बनाया गया है। नाटो का उद्देश्य राजनीतिक और सैन्य साधनों के माध्यम से अपने सदस्य देशों को स्वतंत्रता और सुरक्षा की गारंटी देना है। NATO का काम रक्षा और सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर सहयोग के माध्यम से देशों के बीच संघर्ष को रोकना है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच एक बार फिर से NATO देशों की चर्चा शुरू हुई है। नाटो देश यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा कर रहे हैं और युद्ध समाप्त करने की कोशिशों में लगे हुए हैं।

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