रायपुर: दुर्ग आईआईटी में लेक्चरर की नौकरी गंवाने के बाद युवक इतना तनाव में आ गया कि उसे मौत को गले लगाना आसान लगा। वह सीधे सीएम हाउस पहुंचा और आत्महत्या करने पहुंच गया। उसे देखकर हड़कंप मच गया और गेट पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने युवक को पकड़ लिया। युवक फिलहाल सिविल लाइन थाने में है और उससे पूछताछ की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार युवक का नाम शाशिकांत और उसकी पत्नी भी रायपुर आयी हुई है। उसने बताया कि वह दुर्ग आईआईटी में लेक्चरर था और हाल ही में उसकी नौकरी चली गयी। आर्थिक तंगी का तनाव वह बर्दाश्त नहीं कर पाया इसलिए वह जान देने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने उसे समझाइश दी। सीएम के मीडिया सलाहकार विनोद वर्मा ने भी युवक से मुलाकात की और उसे रोजगार देने का आश्वासन भी दिया।
आपको बता दें कि तीन महीने पहले तेलीनसत्ती गांव के हरदेव सिन्हा ने भी सीएम हाउस के सामने आत्मदाह कर लिया था। उसके पिता ने बताया कि बेरोजगार हरदेव आर्थिक तंगी से बेहद परेशान था। कुछ दिनो तक पड़ोसियों से मांगकर गुजारा किया था। आत्मदाह के बाद सरकार ने हरदेव को मानसिक रोगी बताया था,हालांकि परिवार ने कहा था उसे किसी तरह की परेशानी नहीं थी। रायपुर के एक बर्न सेंटर में करीब 10 दिन तक उपचार के बाद हरदेव की मौत हो गई थी।