रायपुर: अजित जोगी की स्वास नली में से गंगा इमली का बीज निकाल लिया गया है। लेकिन अभी भी पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की हालत क्रिटिकल है.वे अभी भी वेंटिलेटर पर हैं. नारायणा हास्पीटल के डॉक्टर्स ने अगले 48 से 72 घंटे बेहद महत्वपूर्ण बातये हैं.उनके ब्रेन में सूजन आ गई है, जो की चिंताजनक है.
इस सम्बन्ध में नारायणा हास्पीटल के डायरेक्टर सुनील खेमका ने CIN को बताया की “श्री जोगी मेरे परिवार के सदस्य की तरह है. ये बताते हुए दुःख हो रहा है की हालत क्रिटिकल है उनके स्वास नली से तो निकाल लिया गया है साथ ही उनका BP भी मेन्टेन कर लिया गया है, कार्डिएक अरेस्ट से भी काफी हद तक वे बाहर आ चुके है लेकिन नई चिन्ता ये है की उनके ब्रेन में स्वेलिंग आई है. अब इसका कारण पता लगाकर ट्रीटमेंट शुरू किया जा रहा है. श्री जोगी अभी भी बेहद क्रिटिकल हैं एवं अगले 48 से 72 घंटे उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं”.
बता दें की अजीत जोगी की तबीयत आज सुबह उस वक्त बिगड़ गयी थी, जब वो मार्निंग वाक के वक्त बंगले के बागान में लगे गंगा इमली पेड़ से तोड़कर खाने लगे। इसी दौरान गंगा इमली का बीज उनकी सांस नली में फंस गया, जिसकी वजह से पहले उन्हें रेस्पीरेट्री अटैक आया और फिर हार्ट अटैक आ गया। अस्पताल में डाक्टरों ने उनकी सांस नली में फंसे बीज को निकाल दिया है। नारायण अस्पताल के आधार दर्जन डाक्टर लगातार अजीत जोगी के स्वास्थ्य की निगरानी कर रहे हैं। मेडिसिन विभाग के सतीश ज्योति, छाती रोग विशेषज्ञ अमित असाटी, कार्डियोलॉजिस्ट बिनोद अग्रवाल और मनीष लुनिया, न्यूरो फिजिशियन डॉ छ्त्रपाल सिंह और विवेक त्रिपाठी सहित कई अन्य स्पेशलिस्ट डाक्टर लगातार मानिटरिंग कर रहे हैं।