रायपुर:प्रदेश में कोरोना संक्रमण का प्रसार तेजी से फ़ैल रहा है। संक्रमण की चपेट में प्रवासी मजदुर, पुलिसकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी भी आ चुके है। एम्स के चिकित्सकों और उनके परिजनों में संक्रमण तेजी से फैलने लगा है। सभी तरह के सावधानी बरतने के बाद संक्रमण कहां से आया और कैसे फैल रहे हैं। इसे लेकर डॉक्टर हैरान है। 28 जून को ऐसा ही एक मामला रायपुर एम्स में सामने है। एम्स के फैकल्टी मेंबर गर्भवती पत्नी के संक्रमण की पुष्टि रविवार को हुई। शनिवार को कोरोना की आशंका के चलते महिला का सैंपल लैब भेजा गया, इसी बीच रविवार को प्रसव पीड़ा के कारण उक्त महिला का सीरियल स्त्री रोग विभाग के चिकित्सक ने ऑपरेशन थिएटर में किया बाद में जब रिपोर्ट पॉजिटिव तो हैरान हो गए। यहां बताया गया कि महिला के चिकित्सक पति की रिपोर्ट उसी प्रकार नेगेटिव आई है जिस प्रकार शुक्रवार को कोरोना संक्रमित सीनियर महिला चिकित्सक रिपोर्ट पोजिटिव आई थी।
स्टाफ को मिलेगा आवश्यक दिशा निर्देश
महिला के सिजेरियन पर स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सरिता अग्रवाल ने कहा कि महिला कोरोना संदिग्ध थी। इसलिए सैंपल टेस्ट के लिए भेजा गया था। हमने ऑपरेशन के दौरान पूरी सावधानी बरती थी। इसके बावजूद इनफेक्शन कंट्रोल पैनल के सदस्य में फ़ैल रहा है। डिलीवरी के समय स्टाफ को आवश्यक दिशा निर्देश दिए जायेंगे।
30 अप्रैल से अब तक 23 मामले सामने
अप्रैल से रायपुर एम्स में कोविड-19 के 23 संक्रमित मरीज सामने आए हैं रायपुर एम्स में अप्रैल माह से नर्सिंग अधिकारियों में कोविड-19 के लक्षणदिखे थे। सभी मरीजों का उपचार जारी है । एम्स सभी डॉक्टर्स को लेकर चिंतित है और जल्द ही उन्हें आवशयक दिशानिर्देश के साथ काम करने को कहा जायेगा। सभी सावधानियों को धयन में रखते हुए मरीजों का इलाज किया जायेगा। बढ़ रहे मामले को लेकर एम्स के अधिकारी चिंता में है।