CHHATTISGARH | किसानो ने थाली बजाकर ‘मन की बात’ कार्यक्रम का किया विरोध, केंद्र सरकार के खिलाफ लगाए नारे

रायपुर: दिल्ली समेत देशभर के किसानों ने मन की बात शुरू होते ही हाथों में ड्रम और थालियां लेकर बजाना शुरू कर दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज साल की आखिरी ‘मन की बात’ की, लेकिन देशभर में किसानों ने पीएम के रेडियो कार्यक्रम का जबरदस्त विरोध किया. किसानो के इस अनोखे विरोध की झलक प्रदेश की राजधानी रायपुर में भी देखने को मिली. छत्तीसगढ़ में भी किसान मजदूर संघ ने ताली और थाली बजाकर ‘मन की बात’ का विरोध किया. बूढ़ातालाब धरना स्थल पर भारी संख्या में संघ के किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.

राजधानी रायपुर के बूढ़ातालाब धरना स्थल पर भारी संख्या में संघ के किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. किसानों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मन की बात में सिर्फ अपनी ही बात करते हैं. किसानों के हित में उन्होंने कुछ नहीं किया. नए कृषि कानूनों को काला कानून बताते हुए किसानों ने कहा कि पूरे देश में किसान सरकार से सिर्फ एक मांग कर रहे हैं.किसानों ने कहा कि देश में आंदोलन करते हुए 40 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं. बावजूद इसके पीएम मोदी मन की बात कर रहे हैं. केंद्र सरकार किसानों को भ्रमित कर रही है. वह किसानों की बात सुनने को भी तैयार नहीं है. केंद्र की सरकार सिर्फ कार्पोरेट की सरकार है. अडानी और अंबानी की सरकार है.किसानों का कहना है कि, मोदी जी के मन की बात का हम विरोध करते हैं. सरकार जब तक कानून वापस नहीं लेती, हम इसी तरह प्रधानमंत्री का विरोध करते रहेंगे.

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रिय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि, जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कोरोना थाली बजाने से भागेगा, उसी तरह किसान भी थाली बजा रहें हैं ताकि कृषि कानूनों को भगाया जाए.

News Share
CIN News | Bharat timeline 2023