रेव पार्टी करते पकड़ा गया किंग खान का बेटा, जानिए Ship पर NCB रेड की पूरी कहानी

मुंबई: नारकोटिक्‍स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने शनिवार को कॉर्डेला द इम्प्रेस नाम के क्रूज शिप पर रेड डाली। यहां पर तब रेव पार्टी शुरू ही हुई थी। इस रेव पार्टी के लिए जो लोग वहां थे, उनमें बॉलिवुड के एक सुपर स्टार का बेटा भी था। सभी के एनसीबी ने ब्लड सेंपल लिए हैं और उसकी रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। माना जा रहा है कि रविवार को किसी भी वक्त एनडीपीएस ऐक्ट में कई लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।

इस क्रूज शिप में डीजे को भी बुलाया गया था और उनकी भी परफारमेंस होनी थी। इसमें पूल पार्टी भी रखी गई थी। दिल्ली की एक कंपनी ने इस क्रूज शिप में सारा आयोजन किया था, इसलिए आयोजक भी इस रेव पार्टी में आरोपी बनाए जा सकते हैं।

खाली सीटें बुक कराईं और पहुंच गए
पहले इस तरह की खबरें आई थीं कि यह क्रूज शिप 2 अक्टूबर से 4 अक्टूबर के बीच मुंबई से गोवा के लिए बुक कराया गया था, लेकिन अब एनसीबी सूत्रों का कहना है कि यह क्रूज शिप मुंबई से 2 अक्टूबर को 2 बजे निकलना था और गोवा जाए बिना समुद्र में ही सफर के बीच इसे 3 अक्टूबर को वापस मुंबई लौटना था। इस बीच एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को इसकी टिप मिली। उन्होंने जब चेक किया, तो पता चला कि इस क्रूज शिप के ऑनलाइन सभी टिकट लगभग बुक हो चुके थे। कुछ सीटें खाली थीं। एनसीबी टीम ने जितनी भी इस क्रूज शिप में सीटें खाली थीं, वह बुक कराईं और वहां पहुंच गए।

जैसे ही यह क्रूज शिप सफर के लिए मुंबई से निकला, कुछ ही देर बाद ही एनसीबी की कार्रवाई शुरू हो गई। इस क्रूज शिप में करीब एक हजार यात्री थे , लेकिन अभी जो खबरें आ रही हैं, उनमें फिलहाल एनसीबी द्वारा करीब एक दर्जन लोगों को ही डिटेन किए जाने की बात सामने आ रही है।

80 और 90 के दशक में दुनिया बड़ी तेजी से रेव पार्टियों से वाकिफ हुई। हालांकि ऐसी पार्टियों की शुरुआत उससे करीब 20-30 साल पहले हो चुकी थी। लंदन में होने वाली बेहद जोशीली पार्टियों को ‘रेव’ कहा जाता है। अमेरिकी न्‍याय विभाग का एक दस्‍तावेज बताता है कि 1980s की डांस पार्टियों से ही रेव का चलन निकला। जैसे-जैसे तकनीक और ड्रग्‍स का जाल फैला, रेव पार्टियों की लोकप्रियता बढ़ती चली गई। भारत में रेव पार्टियों का चलन हिप्पियों ने गोवा में शुरू किया। इसके बाद देश के कई शहरों में रेव पार्टियों का ट्रेंड बढ़ा।

रेव पार्टियों में शामिल युवाओं को ‘मस्‍ती’ करने की पूरी छूट होती है। एंट्री के लिए भी अच्‍छी-खासी रकम लगती है। भीतर हजारों वाट के संगीत पर थिरकते युवा होते हैं। कोकीन, हशीश, चरस, एलएसडी, मेफेड्रोन, एक्‍सटसी जैसे ड्रग्‍स लिए जाते हैं। अधिकतर रेव पार्टियों में ड्रग्‍स उपलब्ध करने का जिम्‍मा ऑर्गनाइजर्स का होता है। कुछ रेव पार्टियों में ‘चिल रूम्‍स’ भी होते हैं जहां खुलेआम सेक्‍स चलता है। कई क्‍लब्‍स में ड्रग्‍स के कुछ साइड-इफेक्‍ट्स जैसे डिहाड्रेशन और हाइपरथर्मिया को कम करने के लिए पानी और स्‍पोर्ट्स ड्रिंक्‍स भी उपलब्‍ध कराई जाती हैं।

भारत में गोवा के अलावा हिमाचल प्रदेश की कुल्‍लू घाटी अपनी रेव पार्टियों के लिए मशहूर है। बेंगलुरू भी रेव हॉटस्‍पॉट के रूप में उभरा है। पुणे, मुंबई समेत कई अन्‍य टियर-1 शहरों में भी रेव पार्टियां पकड़ी गई हैं। मार्च 2007 में पुणे में एक रेव पार्टी से 280 लोग गिरफ्तार किए गए थे। पुलिस सादे कपड़ों में रेव पार्टियों पर छापे मारती है। वहां मिले लोगों पर नारकोटिक ड्रग्‍स एंड साइकोट्रॉपिक्‍स सबस्‍टेंसेज एक्‍ट 1985 और इंडियन पीनल कोड के तहत कार्रवाई होती है।

भारत की ज्‍यादातर रेव पार्टियों में एक्‍सटसी पिल्‍स, कोकीन और एसिड (लिसर्जिक एसिड डाईथिलामाइड), कीटामाइन, गांजा, हशीश का इस्‍तेमाल होता है। इनमें से ज्‍यादातर ड्रग्‍स नैचरल नहीं है, उन्‍हें केमिकल लैब में सिंथेसाइज किया जाता है।

ज्‍यादातर ड्रग्‍स का असर करीब 8 घंटे तक रहता है। कोकेन एक ताकतवर नर्वस सिस्‍टम स्टिमुलेंट है। इसका असर 15 मिनट से लेकर घंटे भर तक रहता है। यह अलर्टनेस बढ़ाता है, लेने वाले को लगता है कि सब कुछ मस्‍त है। एक्‍सटसी यानी MDMA रेव पार्टियों का एक मशहूर ड्रग है। इस ड्रग्‍स का असर संगीत, लाइट और छुअन के साथ बढ़ता है।

ज्‍यादातर ड्रग्‍स अवैध रूप से हासिल किए जाते हैं और उनमें मिलावट होती है। जाहिर है इनके साइड इफेक्‍ट्स भी होते हैं। मामूली साइड इफेक्‍ट्स में दिल की धड़कन बढ़ना, बेचैनी, सिर घूमना, हिंसक व्‍यवहार हो सकते हैं। NCBI पर उपलब्‍ध एक रिसर्च पेपर के अनुसार, गंभीर मामलों में मौत आम है। दुनियाभर की रेव पार्टियों में ड्रग्‍स ओवरडोज से मौतों की सैकड़ों रिपोर्ट्स उपलब्‍ध हैं। साल 2017 में अमेरिकी अखबार LA टाइम्‍स ने रेव पार्टियों में जाने वाले 29 लोगों की कहानियां छापीं जो ड्रग्‍स ओवरडोज से मारे गए।

पहले भी पकड़े गए हैं सितारे
मुंबई में रेव पार्टी कोई नई बात नहीं है। मुंबई पुलिस के जॉइंट कमिश्नर विश्वास नागरे पाटील जब मुंबई में डीसीपी और वेस्टर्न रीजन में अडिशनल सीपी थे, तब उन्होंने कई रेव पार्टी पर रेड डाली थी। एक रेड पार्टी में बॉलिवुड के एक विलेन का बेटा भी पकड़ा गया था। तब उस विलेन ने कहा था कि वह कसम खाता है कि उसका बेटा ड्रग्स ले ही नहीं सकता। मेडिकल रिपोर्ट में बॉलिवुड के उस विलेन के बेटे को क्लीन चिट मिल गई थी, लेकिन उस विलेन की बेटी को एनसीबी ने सुशांत सिंह की मौत के बाद ड्रग्स केस में पूछताछ के लिए पिछले साल बुलाया था।

बॉलिवुड पर है NCB का फोकस
दरअसल, पिछले साल जबसे मुंबई में समीर वानखेडे एनसीबी के जोनल डायरेक्टर बने हैं, उन्होंने बॉलिवुड पर अपना खास फोकस रखा है। सारा अली खान, रकुल प्रीत सिंह, दीपिका पादुकोण, श्रद्धा कपूर से लेकर अर्जुन रामपाल तक उनकी जांच के घेरे में आ चुके हैं। सुशांत सिंह की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती को वह गिरफ्तार कर चुके हैं। पिछले एक साल में मुंबई एनसीबी द्वारा 1500 करोड़ रुपये से ज्यादा की ड्रग्स पकड़ी जा चुकी है। 300 से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। कई आरोपियों के अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद और उसके भाई इकबाल कासकर से कनेक्शन निकले हैं। खात बात यह है कि सुशांत सिंह से जुड़े ड्रग्स केस में करीब 3 दर्जन लोग अरेस्ट हुए हैं, लेकिन बॉलिवुड में ड्रग्स का सेवन और वहां ड्रग्स की सप्लाई में कोई गिरावट नहीं आई है।

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