बुलढाणा: डाॅक्टरों को भगवान माना जाता है। दिन-रात की मेहनत के बाद ही कोई डाॅक्टरी की डिग्री हासिल करता है। पर इस मामले में डाॅक्टरों की ऐसी फजीहत हुई है कि वे अब शर्म से अपना मुंह छिपाते फिर रहे हैं। मामला बुलढाणा का है, जहां डाॅक्टरों ने एक खिलौने को नवजात समझकर उसका पोस्टमार्टम कर दिया। डाॅक्टरों की इस अजीबोगरीब घटना की चर्चा पूरे इलाके में हो रही है।
कुछ यूं है मामला
मिली जानकारी के अनुसार खामगांव के तहसील बोराजवाला गांव में पुलिस को 7-8 माह के शिशु का शव मिला। पुलिस ने शिशु की बाॅडी का पंचनामा तैयार कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस को भी इस बात का शक नहीं हुआ कि उन्हें जो बाॅडी मिली है दरअसल वह शव नहीं बल्कि एक खिलौना है। खिलौने पर काफी कीचड़ लगा हुआ था और उससे बदबू आ रही थी। इसलिए पुलिसवालों ने भी उसे बाॅडी ही समझ लिया।
स्पंज और स्प्रिंग मिलने से खुली पोल
डाॅक्टरों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम करना भी शुरू कर दिया। कुछ देर बाद जब उससे स्प्रिंग और स्पंज निकलने लगे तब उन्हें अपनी भूल का अहसास हुआ। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है। जब किसी खिलौने को नवजात समझ कर उसका पोस्टमॉर्टम हुआ हो। पुलिस को इस बात की सूचना दे दी गयी है, हालांकि क्षेत्र में इस मामले की चर्चा जोरों-शोरों से हो रही है।