RAIPUR | NRDA के डिफाल्टर होने पर सियासी घमासान शुरू, पूर्व CM ने ट्वीट कर लिखा- गर्त में जाता कांग्रेस का ‘छत्तीसगढ़ मॉडल’

रायपुर: छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर विकास प्राधिकरण (NRDA) के डिफाल्टर होने पर सियासी घमासान शुरू हो गया है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि ये है गर्त में जाता कांग्रेस का ‘छत्तीसगढ़ मॉडल’, आज कर्ज न चुकाने पर बैंक नया रायपुर की सरकारी संपत्तियों को कब्जे में ले रहा है। कल @bhupeshbaghel सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन और कर्ज लो घी पियो की आदत से विधानसभा, मंत्रालय, चौक-चौराहे के साथ छत्तीसगढ़ महतारी गिरवी हो जाएगी! पूर्व सीएम के इस ट्वीट के बाद कांग्रेस ने भी पलटवार किया है।

पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भी ट्वीट कर लिखा है- भूपेश है तो कंगाली है, आर्थिक बदहाली है। अटल नगर विकास प्राधिकरण नया रायपुर की परिसम्पत्ति को यूनियन बैंक का 3,17,79,62,793 रुपए, 60 दिनों की नोटिस के बाद भी पिछले एक साल से नहीं पटा पाने के कारण बैंक ने इश्तेहार दे कर कई संप्तत्तियों पर कब्जा ठोंक दिया है। बृजमोहन ने ट्वीट में लिखा है कि भूपेश सरकार कंगाल बदहाल है और पहले से ही 51,000 करोड़ से ज्यादा का कर्जा ले चुकी है। अब कर्जा चुकाने के लिए और ज्यादा कर्जा ले रही है। कहीं ऐसा न हो कि इस सरकार के बेतहाशा भ्रष्टाचार से पूरे छत्तीसगढ़ को गिरवी रखने की नौबत आ जाए। भाजपा नेताओं द्वारा सरकार पर हमला करने के बाद आवास एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर ने भाजपा नेताओं पर सीधा पलटवार करते हुए कहा कि मांग के आकलन एवं सर्वे किए बगैर निवेश करने और अत्याधिक लागत में निर्माण कराने के लिए पूर्व सरकार के निर्णय के कारण यह स्थिति निर्मित हुई है। इसके लिए पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ही जिम्मेदार हैं। पूर्व सरकार ने कर्जा लिया और अत्याधिक लागत में निर्माण कराया। लागत ज्यादा होने से कीमतें बढ़ गई। 

कांग्रेसियों ने कहा- आपका पाप हम भुगत रहें 
कांग्रेस के प्रवक्ता आरपी सिंह ने डॉ. रमन के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा है कि आपके कार्यकाल का पाप है, हम भुगत रहे हैं। जरा खुलकर बताइए लोगों को असलियत क्या है? इधर कांग्रेस के प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने लिखा है – रमन सिंह जी आपको थोड़ा याद दिला देता हूं। आपके कमीशनखोरी का पाप है। सन 2014-180 करोड़ का लोन, सन 2016- 200 करोड़ का लोन एनआरडीए की जमीन को यूनियन बैंक में गिरवी रख कर लिया गया लोन है। कुल 380 करोड़ लोन, जिसमें अभी 317 करोड़ बकाया है। 

यूनियन बैंक का कुल 317 करोड़ रुपए बकाया
दरअसल, नवा रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) की माली हालत खराब है। बैंक ने कर्ज न पटाने पर आधा दर्जन से अधिक प्रॉपर्टी को अपने कब्जे में ले लिया है। यूनियन बैंक की इस कार्रवाई से एनआरडीए में हड़कंप मचा हुआ है। एनआरडीए के अफसरों ने चुप्पी साध ली है। यूनियन बैंक ने कब्जा सूचना जारी की है, जिसमें नवा रायपुर विकास प्राधिकरण की संपत्तियां हैं। बैंक का कुल 317 करोड़ रुपए बकाया है। बैंक की अनुमति के बगैर यह संपत्तियां अब नहीं बिकेंगी। एनआरडीए संपत्ति को कब्जे में लेने से प्रदेश की सियासत गर्म है। भाजपा-कांग्रेस के नेता एक-दूसरे को जिम्मेदार बता रहे हैं। 

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