बिलासपुर: फिल्मों में अक्सर पुलिसवाले हीरो की तत्परता को देख उस मासूम ने सोचा की क्यों ना एक बार खुद पुलिस की मुस्तैदी चैक की जाए। तुरंत 12 वर्षीय उस बच्चे ने 112 में फोन लगाया और अपने अपहरण की सूचना दे दी। पुलिस ने इस काॅल को संजीदगी से लेते हुए तुरंत नाकेबंदी कर डाली। जब डेढ़ घंटे बाद पुलिस किसी तरह उसके माता-पिता के पास पहुंची तो बच्चा घर के सामने खेलता हुआ मिला।
मिली जानकारी के अनुसार तिफरा में रहने वाले बच्चे कमांड सेंटर में फोन किया और बताया कि कुछ लोग उसे सफेद वैन में उठाकर ले गए हैं। पुलिस इस काॅल के बाद तुरंत हरकत में आयी और जिस नंबर से काॅल आया था उसके लोकेशन को ढूंढने में लग गयी। तुरंत शहर में नाकेबंदी करा दी गयी और एक टीम को तिफरा भेजा गया, बच्चे की फोटो व अन्य जानकारी लेने के लिए। पुलिस ने जिस नंबर से फोन आया था, उसे दुबारा लगाया तो वह स्विच ऑफ हो गया। जिस वजह से पुलिस को उस नंबर की सही लोकेशन नहीं मिल पायी।
जब पुलिस बच्चे के घर के पास पहुंची तो उन्होंने अपने आप तहकीकात शुरू की। एक घर के सामने दो बच्चे खेलते हुए दिखाई दिए जब पुलिस उन दोनों के पास पहुंचकर बात करने लगी तो एक बच्चे ने बताया कि पुलिस की सक्रियता को परखने के लिए उसने ही फोन किया था। पुलिस बच्चे की बात सुनकर हैरान हो गयी।
तुरंत पुलिस ने बच्चे के परिजनों को बुलाया और उसको समझाइश दी। बच्चे ने बताया कि उसने पहले संजीवनी एक्सप्रेस के लिए खुद का एक्सीडेंट होने की सूचना दी थी, लेकिन उनके कमांड सेंटर से कहा गया कि डायल 112 पर कॉल करें। फिर फोन कट गया। इसके बाद उसने पुलिस के लिए डायल 112 पर कॉल किया। कहा कि वह आपात स्थिति में पुलिस पर ही भरोसा करेगा।